बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने और एनपीआर 2010 के अनुसार ही लागू करने का बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में प्रस्ताव पारित होने के बाद बीजेपी को अब लगता है कि उसके साथ धोखा हुआ है. बीजेपी नेता और कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि प्रस्ताव लाने के पहले बीजेपी से कोई चर्चा ही नहीं की गई थी. प्रेम कुमार ने यह भी कहा कि जेडीयू को प्रस्ताव लाने के पहले बीजेपी से राय ले लेनी चाहिए थी. प्रेम कुमार यहीं नहीं रुके. प्रेम कुमार ने कहा कि प्रस्ताव लाना बिहार सरकार का अधिकार है, पर हमारा समर्थन केंद्र के नियमों के साथ है.
बीजेपी ने जताई नाराज़गी
प्रस्ताव पारित होने के बाद बीजेपी एमएलसी संजय पासवान ने कहा कि कुछ लोग अगर नाराज हैं तो स्वाभाविक है. बिहार में हम सभी नीतीश कुमार की अगुआई में शासन में हैं इसलिए बात माननी होगी. जिस राज्य में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार है, वहां यकीनन एनआरसी पूर्ण रूप से लागू होगा. बीजेपी नेता और मंत्री विनोद सिंह ने भड़ास निकालते हुए कहा कि ये आनन फानन में लिया गया फैसला है. यह प्रस्ताव उस रूप में पारित नहीं हुआ, जिस रूप में होना चाहिए था. इस मामले में नीतीश कुमार और पीएम मोदी की बात होने के बाद ही लागू होगा.
तेजस्वी ने कहा- विपक्ष के सामने सरकार ने घुटने टेके
सदन में प्रस्तव पारित होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि यह विपक्ष की जीत है और सरकार ने विपक्ष के सामने घुटने टेक दिए हैं. आरजेडी इस मामले में लोगों की लड़ाई लड़ती आ रही थी. कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि विपक्ष की एकता ने रंग दिखाया और हमारी जीत हुई. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी को लगता है कि उसके साथ धोखा हुआ है, तो उसे नीतीश से सवाल पूछना चाहिए या फिर सरकार से बाहर आ जाना चाहिए.